नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख में हम इस (LIC Jeevan Kiran Plan 870 in Hindi) योजना से जुड़ी सारी जानकारी के बारे में जानेंगे, साथ ही इस योजना में क्या खास है और इसे क्यों लेना चाहिए इसके बारे में भी जानेगे। यदि आप एक ऐसे टर्म इंश्योरेंस प्लान की तलाश में हैं जिसमें प्रीमियम राशि मैच्योरिटी के समय वापस कर दी जाए, तो एलआईसी ने हाल ही में एक प्लान लॉन्च किया है जिसे एलआईसी जीवन किरण 870 के नाम से जाना जाता है।
एलआईसी जीवन किरण 870 प्लान क्या है | LIC Jeevan Kiran Plan 870 in Hindi
यह एक टर्म इन्शुरन्स प्लान है जिसे LIC ने 27 जुलाई 2023 को लॉन्च कर दिया है। LIC की “जीवन किरण” एक गैर-लिंक्ड, गैर-भागीदारी, व्यक्तिगत, बचत, जीवन बीमा योजना है जिसका प्लान नंबर है 870, जो सुरक्षा और बचत का संयोजन प्रदान करती है। यह योजना पॉलिसी की अवधि के दौरान पॉलिसी होल्डर की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो जाने के बाद परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करती है और पूर्णता तक जितना प्रीमियम की भुगतान किया गया है, वह लौटा देती है। यह गैर-भागीदारी उत्पाद है जिसमें मृत्यु या परिपूर्णता पर देने योग्य लाभ गारंटीड और निर्धारित होते हैं चाहे वास्तविक अनुभव कुछ भी हो।
इस प्लान की खास बात ये है कि इस टर्म प्लान में आपको जो भी आप प्रीमियम पे करते हैं वो मच्योरिटी के टाइम पर रिटर्न मिल जाता है यानी की पॉलिसी टर्म के दौरान पॉलिसी होल्डर के साथ कोई भी दूर घटना नहीं होती है तो जो पॉलिसी होल्डर ने प्रीमियम पे किया था वो उसको वापस मिल जाता है।
काफी लोग ये कहते थे कि जो भी हम टर्म इन्शुरन्स प्लान में प्रीमियम पे करते हैं वो हमें वापिस मिलना चाहिए। कोई पलिसी ऐसी होनी चाहिए जिसमें आप प्रीमियम पे करें और कोई दुर्घटना नहीं होती है तो मच्योरिटी के टाइम पर वो प्रीमियम आपको वापस मिल जाए।
अगर हम बात करे जीवन अमर प्लान की तो उसमें आपको मच्योरिटी के टाइम पर आपका पैसा रीफंड नहीं मिलता है। लेकिन LIC Jeevan Kiran 870 Plan एक ऐसा टर्म इन्शुरन्स जिसमें पॉलिसी की मच्योरिटी पर आपने जो भी मिनिमम पे क्या है वो वापस मिल जाएगा और पॉलिसी टर्म के दौरान कोई दुर्घटना हो जाती है तो आपको जो पॉलिसी का सम अशुर्ड है वो इसमें मिलता है।
तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि इस प्लान की क्या क्या कंडिशन है और इसमें क्या क्या रिस्ट्रिक्शन दी हुई है।
Documents क्या क्या लगेंगे।
- फोटोग्राफ
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड या पासपोर्ट
- पिछले 3 साल की आयकर रिटर्न (ITR) और आय की गणना के साथ
- KYC (अपने ग्राहक को जानिए) दस्तावेज
- अनिवार्य चिकित्सा जांच
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मुख्य विशेषताएँ:
लाभ:
• अच्छे योगदान के साथ जीवन बीमा कवरेज दुर्भाग्यपूर्ण मौत की स्थिति में।
• मृत्यु से बच जाने पर कुल प्रीमियम की वापसी (किसी अतिरिक्त प्रीमियम, राइडर प्रीमियम और करों को छोड़कर)
चयन करने की स्वतंत्रता:
• एकल प्रीमियम और नियमित प्रीमियम भुगतान में से चयन करें।
• सुरक्षा की अवधि का चयन करें जिसकी आवश्यकता है।
• लाभ को किस्तों में प्राप्त करने का विकल्प।
• आकर्षक उच्च योगदान छूट का लाभ।
• दो प्रकार की प्रीमियम दरें: (1) गैर-धूम्रपानकर्ता दरें और (2) धूम्रपानकर्ता दरें। गैर-धूम्रपानकर्ता दरें का प्रयोग मूत्र धूम्री साक्षात्करण परीक्षण के परिणामों पर आधारित होगा। अन्य सभी मामलों में, धूम्रपानकर्ता दरें लागू होगी।
• अतिरिक्त प्रीमियम देकर दुर्घटना लाभ राइडर / दुर्घटनाग्रस्त मृत्यु अक्षमता लाभ राइडर की कवरेज बढ़ाने का विकल्प।
योग्यता शर्तें और अन्य प्रतिबंध:
i. प्रवेश की न्यूनतम आयु: 18 वर्ष (अंतिम जन्मदिन) |
ii. प्रवेश की अधिकतम आयु: 65 वर्ष (अंतिम जन्मदिन) |
iii. परिपूर्णता की न्यूनतम आयु: 28 वर्ष (अंतिम जन्मदिन) |
iv. परिपूर्णता की अधिकतम आयु: 80 वर्ष (अंतिम जन्मदिन) |
v. पॉलिसी अवधि: 10 वर्ष से 40 वर्ष |
vi. प्रीमियम भुगतान अवधि: – a) Regular प्रीमियम के तहत: पॉलिसी अवधि के समान b) Single प्रीमियम के तहत: लागू नहीं |
vii. न्यूनतम मूल धन राशि: रु. 15,00,000/- |
viii. अधिकतम मूल धन राशि: कोई सीमा नहीं, अंडरराइटिंग निर्णय के अधीन |
Basic Sum Assured Range | Sum Assured Multiple (Rs.) |
From Rs. 15,00,000/- to Rs. 37,00,000/- | 1,00,000/- |
above Rs. 37,00,000/- to Rs. 50,00,000/- | 25,00,000/- |
above Rs. 50,00,000/- to Rs. 80,00,000/- | 10,00,000/- |
above Rs. 80,00,000/- to Rs. 1,00,00,000/- | 20,00,000/- |
above Rs. 1,00,00,000/- to Rs. 1,50,00,000/- | 25,00,000/- |
above Rs. 1,50,00,000/- to Rs. 4,00,00,000/- | 50,00,000/- |
above Rs. 4,00,00,000/- | 1,00,00,000/- |
Minimum Age Entry:
तो यहाँ पर अगर हम बात करें इसके मिनिमम एज की तो इस प्लान को लेने के लिए जो कम से कम उम्र हैं वो आपकी 18 साल की होनी चाहिए और अगर हम यहाँ पर मैक्सिमम एज की बात करें तो वो यहाँ पर 65 की दी गई है। यानी कि 18 से लेकर 65 साल तक की एज के लोग इस इन्शुरन्स प्लान को ले सकते हैं।
Policy Term कितने का है:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है पॉलिसी टर्म की। यानि कि जो भी ये पॉलिसी है उसको आप कितने साल के लिए ले सकते हैं तो कम से कम आप इसको 10 साल के लिए ले सकते हैं। और ज्यादा से ज्यादा आप 40 साल के लिए इस इन्शुरन्स प्लान को ले सकते हैं।
Premium Paying Term:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है प्रीमियम पेइंग टर्म की। यानी कि इस पॉलिसी में आपको कितने साल प्रीमियम की पेमेंट करनी होगी तो यहाँ पर एलआईसी ने आपको दो ऑप्शन दिए हैं।
- Regular Premium (रेगुलर प्रीमियम)
- Single Premium (सिंगल प्रीमियम)
Regular Premium (रेगुलर प्रीमियम)
तो अगर आप यहाँ पर एक रेगुलर इंटरवल पर प्रीमियम की पेमेंट करना चाहते हैं तो आप रेग्युलर प्रीमियम का ऑप्शन चूज कर सकते हैं। जिसमें आप एक साल में या छह महीने में आपने पलिसी के प्रीमियम की पेमेंट कर पाएगी।
तो यहाँ पर अगर आप रेगुलर प्रीमियम का ऑप्शन चूज करते हैं तो जो भी आपकी पलिसी टर्म है, उतने साली आपको प्रीमियम की पेमेंट करनी होगी।
उदाहरण के लिए: आप बीस साल के लिए इन्शुरन्स प्लान लेते हैं तो उसमें आप आपको बीस साली प्रीमियम की पेमेंट करनी होगी।
Single Premium (सिंगल प्रीमियम)
उसके बाद यहाँ पर जो दूसरा ऑप्शन हमारा है वो है सिंगल प्रीमियम का तो जैसे कि नाम से ही पता चलता है कि इसमें आपको एक बार प्रीमियम की पेमेंट करनी होगी। पलिसी लेते टाइम आपको एक बार अमाउंट पे करना है और उसके बाद जो भी आपका टाइम इन्शुरन्स प्लान है वो यहाँ पर चलता रहेगा।
Minimum Sum Assured कितना हो सकता है:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है मिनिमम सम अशुर्ड की। यानि कि कम से कम आप इसमें कितना इन्शुरन्स कवर ले सकते हैं। इसका मतलब ये नहीं है कि इतना अमाउंट आपको पे करना है। ये इन्शुरन्स कवर का अमाउंट होता है तो वो अमाउंट यहाँ पर दिया गया है 15 लाख रुपए का।
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Maximum Sum Assured कितना हो सकता है:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है। मैक्सिमम सम अशुर्ड की तो उसके लिए यहाँ पर कोई भी लिमिट नहीं दी गई है। ये आपकी इनकम पे डिपेंड करते हैं कि इसमें आप ज्यादा से ज्यादा इन्शुरन्स कितना लेना चाहते हैं।
Maturity की मिनमम ऐज क्या है:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है। मिनिमम ऍफ मच्योरिटी यानी कि जब आपकी पॉलिसी की मच्योरिटी होती है उस टाइम आपकी कम से कम उम्र कितने साल की होनी चाहिए। तो यहाँ पर मिनिमम एज दी गई है 28 साल की।
उदाहरण के लिए: आप की एज है 20 साल की और आप 10 साल की टर्म लेना चाहते हैं तो अगर हम इसकी मच्योरिटी की बात करें तो मच्योरिटी यहाँ पर एज हो जाती है 30 साल कि यानि कि जब आपकी 30 साल की उम्र होगी तो उस टाइम पर आपकी जो पॉलिसी है वो खत्म हो जाएगी।
तो यहाँ पर वो एज हमारी 28 से ऊपर है तो इसका मतलब ये है कि हम इस पॉलिसी को ले सकते हैं।
Maturity की अधिकतम ऐज क्या है:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है Maximum age at maturity इसका मतलब ये है कि जब भी आपकी पॉलिसी की मच्योरिटी होगी उस टाइम आपकी एज 80 साल से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए।
यहाँ पर जो भी आप की एज है और जो भी आप पॉलिसी टर्म लेना चाहते हैं उसको ऐड करेंगे तो आपको ये एज मिल जाएगी तो यहाँ पर आप इसके अकॉर्डिंग कैल्क्यलैशन कर सकते हैं। उसी के अकॉर्डिंग आप यहाँ पर मैक्सिमम पॉलिसी टर्म ले पाएगी।
उदाहरण से समझते है:
आइए अब इस पूरे इन्शुरन्स प्लान को उदाहरण ले के समझते हैं। मान लेते हैं अभी जो आप की एज है वो 30 साल की है और आप इसे इन्शुरन्स प्लान को लेना चाहते हैं और मान लेते हैं। जो आप बेसिक सम अशुर्ड लेना चाहते हैं वो आप इसमें 50 लाख रुपए का लेना चाहते हैं और उसके बाद यहाँ पर अगर हम पॉलिसी टर्म की बात करें तो मान लेते हैं कि आप तीस साल के लिए इस इन्शुरन्स प्लान को लेना चाहते हैं।
इसका मतलब ये है की आपका तीस साल तक इन्शुरन्स कवर चलता रहेगा। उसके बाद यहाँ पर हमें सलेक्ट करना होगा कि हम इसके प्रीमियम की पेमेंट कैसे करना चाहते हैं। वन टाइम करना चाहते हैं या हम रेग्युलर प्रीमियम की मदद से करना चाहते हैं तो यहाँ पर जो भी आप ऑप्शन सलेक्ट करेंगे, उसी के अकॉर्डिंग यहाँ पर इसकी प्रीमियम की कैल्क्यलैशन की जाएगी।
अभी यहाँ पर premium rates नहीं आए हैं जब भी यहाँ पर इसके प्रीमियम रेट्स आ जाएगी तो वो आप एलआईसी की ऑफिसियल वेबसाईट पर चेक कर सकते हैं।
तो अभी के लिए हम मान लेते हैं कि हम रेग्युलर प्रीमियम का ऑप्शन सलेक्ट करना चाहते हैं। तो यहाँ पर जो आप की एज है वो 30 साल की हो चुकी है। तो यहाँ पर आने वाले 30 सालों के लिए हमने अपने पलिसी के प्रीमियम की पेमेंट करनी होगी।
क्योंकि हमने अपनी पॉलिसी टर्म 30 साल के लिए। तो इसीलिए हमें 30 सालों तक प्रीमियम की पेमेंट करनी होगी। और अगर आपने यहाँ पर सिंगल प्रीमियम का ऑप्शन लिया है तो आपको पलिसी शुरू होते ही एक बार प्रीमियम पे करना है। उसके बाद कोई भी प्रीमियम पे करने की जरूरत नहीं होगी।
तो यहाँ पर हमने 30 साल की पॉलिसी टर्म ली है तो हमारा जो इन्शुरन्स कवर है वो 30 साल तक चलता रहेगा। तो यहाँ पर अगर इन 30 साल के दौरान आपके साथ कोई दुर्घटना हो जाती है तो उस केस में आपकी नौमिनी को यहाँ पर death benefit मिलेगी।
अब यहाँ पर आपकी नौमिनी को कितना अमाउंट डेथ बेनेफिट के रूप में मिलता है वो हम आगे जानेंगे तो यहाँ पर अभी के लिए हम मान के चलते हैं की पॉलिसी टर्म के दौरान आपके साथ कोई दुर्घटना नहीं होती है तो यहाँ पर जब भी आप की पॉलिसी टर्म खत्म होती है उस टाइम पर इस पॉलिसी की मच्योरिटी हो जाती है और मच्योरिटी के टाइम पर जो भी अपने प्रीमियम पे क्या है वो आपको यहाँ पर मिल जाता है।
यहाँ पर जो भी अपने प्रीमियम पे किया है उसमें से टेक्स को हटा दिया जाता है और अगर आपने कोई राइडर लिया है तो उसके प्रीमियम को भी हटा दिया जाता है। बाकी जो अमाउंट आपका प्रीमियम का बचता है वो आपको वापस दे दिया जाता है तो यहाँ पर आपको मच्योरिटी पर याद रखना है कि आपने जो भी प्रीमियम पे क्या है वो इसमें वापस मिल जाता है excluding taxes उसके बाद यहाँ पर बात आती है डेथ बेनएफिट्स की।
Death Benefits क्या क्या है:
आइये एक बार मान के चलते हैं कि इस पॉलिसी टर्म के दौरान इस पॉलिसी होल्डर की डेथ हो जाती है तो उस केस में जो भी इस पॉलिसीहोल्डर की नौमिनी होगी, उनको यहाँ पर सम अशुर्ड on death मिलेगा। Sum Assured on Death कैल्क्यलैट करने के लिए यहाँ पर आपको तीन ऑप्शन दिए जाते हैं।
इन तीनों ही कैल्क्यलैशन से जो भी अमाउंट ज्यादा आता है वो आपकी नोमिनी को मिल जाता है। सबसे पहला ऑप्शन इसमें दिया गया है
- Basic Sum Assured
- 7 Time of Annualized का
- 105% of Total Premium Paid
तो यहाँ पर ये तीनों ही कैल्क्यलैशन की जाती है और उसमें से ज्यादा जो अमाउंट आता है वो आपके नॉमिनी को Death Benefit के रूप मे दिया जाता है।
अभी के लिए हम मान के चलते हैं कि जो हमारा बेसिक सम अशुर्ड है वही अमाउंट ज्यादा है। यानी कि जितने अमाउंट का भी हम ने इन्शुरन्स कवर लिया था वो यहाँ पर हमारा बेसिक sum assured हैं तो हमने यहाँ पर 50 लाख रुपए की पॉलिसी ली थी तो 50 लाख रुपए का अमाउंट आपकी नोमिनी को डेथ बेनेफिट के रूप मे मिल जाता है।
इसके अलावा अगर आपने सिंगल प्रीमियम पेमेंट ऑप्शन चूज किया था तो उसमें आपको दो कैल्क्यलैशन करनी होगी। दोनों में से ही जो अमाउंट ज्यादा आएगा वो आपके नॉमिनी को डेथ बेनेफिट के रूप मे मिल जाएगा। जो की है सिंगल प्रीमियम का 125%। या फिर जो आप का बेसिक सुन अशुर्ड है उसका अमाउंट देखा जाएगा।
तो अभी के लिए आप ये समझ सकते हैं कि जो भी आपका बेसिक सम अशुर्ड है वो आपके नॉमिनी को डेथ के केस में मिलता है।
Riders कौन कौन से अवैलबल है:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है राइडर की तो अगर आप अपनी पॉलिसी में कुछ एक्स्ट्रा बेनेफिट जोड़ना चाहते हैं तो एक्स्ट्र प्रीमियम पे करके आप अपनी पॉलिसी में राइडर जोड़वा सकते हैं।
यहाँ पर आप अपनी पॉलिसी में Accidental Death और Disability Benefit भी ले सकते हैं और यहाँ पर अगर आप Accidental बेनिफिट राइडर लेना चाहे तो वो भी आप अपनी पॉलिसी में ऐड करा सकते हैं।
Single प्रीमियम भुगतान: एलआईसी की दुर्घटनाग्रस्त मृत्यु और अक्षमता लाभ राइडर एकल प्रीमियम भुगतान के तहत उपलब्ध होगा और पॉलिसीधारक केवल निर्माण के समय ही इस राइडर का चयन कर सकता है।
Regular प्रीमियम भुगतान: पॉलिसीधारक को रेगुलर प्रीमियम भुगतान के तहत एलआईसी की दुर्घटनाग्रस्त मृत्यु और अक्षमता लाभ राइडर या एलआईसी की दुर्घटना लाभ राइडर में से किसी भी एक का चयन करने की स्वतंत्रता होगी।
तो ये टोटल आप पे डिपेंड करता है कि आप एक्स्ट्र प्रीमियम पे करके इसको अपनी पॉलिसी में ऐड करना चाहते हैं या नहीं कराना चाहते हैं।
Mode of Premium Payment:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है मोड ऑफ प्रीमियम पेमेंट की तो यहाँ पर जो लोग भी रेग्युलर प्रीमियम पे करना चाहते हैं वो यहाँ पर ईयरली प्रीमियम पे कर सकते हैं। या फिर Half-Yearly प्रीमियम पे कर सकते हैं।
इसके अलावा जो लोग सिंगल प्रीमियम पे करना चाहते हैं उनको एक बार में ही सिंगल प्रीमियम पे करना हो। उसका जो मिनिमम अमाउंट है वो आपका 30 हजार रुपए का होना चाहिए।
Grace Period कितना मिलेगा:
उसके बाद यहाँ पर बात आती है ग्रेस पिरियड की। यानी कि आपको कुछ एक्स्ट्र टाइम दिया जाता है जिसके अंदर आप बिना लेट फीस के आपने पलिसी के प्रीमियम की पेमेंट कर सकते हैं। तो यहाँ पर अगर आपने रेग्युलर प्रीमियम पेमेंट का ऑप्शन चूज किया है तो उसमें आपको 30 दिन का ग्रेस पिरियड मिल जाता है। जिसके अंदर आप बिना लेट फीस के भी आपने पॉलिसी के प्रीमियम की पेमेंट कर सकते हैं।
क्या इस प्लान मे लोन मिल सकता है?
उसके बाद यहाँ पर बात आती है लोन की तो यहाँ पर ये एक टर्म इन्शुरन्स प्लान है तो टर्म इन्शुरन्स प्लान में आपको लोन का बेनिफिट नहीं मिलता है।
Surrender Value कितनी मिलेगी?
अगर आप अपनी पॉलिसी को सरेंडर कराना चाहते है तो वो भी आप यहाँ पर करा सकते हैं। उस केस में आपको यहाँ पर Guaranteed Surrender Value मिलती है और Special Surrender Value मिलती है तो यहाँ पर अगर आपने अपनी पॉलिसी में रेग्युलर प्रीमियम पेमेंट ऑप्शन चूज किया है तो पॉलिसी शुरू होने के 2 साल बाद आप अपनी पॉलिसी को सरेंडर करा सकते हैं।
आपकी पलिसी की Guaranteed Surrender वैल्यू कितनी है या Special Surrender वैल्यू कितनी है वो यह पर जो सरेन्डर फैक्टर है उस पर डिपेंड करता है। यानी कि जब आप अपनी पॉलिसी को सरेंडर कराएंगे तो उस टाइम पर जो सरेन्डर वैल्यू है उसको यहाँ पर चेक किया जाता है।
उसके अलावा यहाँ पर अगर आपने सिंगल प्रीमियम पेमेंट ऑप्शन चूज किया है तो आप जब चाहे अपनी पॉलिसी को यहाँ पर सरेंडर करा सकते है। उसमें अगर आप पॉलिसी के पहले तीन साल में अपनी पॉलिसी को सरेंडर करते हैं तो आपके सिंगल प्रीमियम 75% अमाउंट आपको मिल जाता है।
और उसके बाद अगर आप अपनी पॉलिसी को सरेंडर करेगा तो जो आपका सिंगल प्रीमियम आपने पे क्या है उसका 90% तक का अमाउंट आपको वापस मिल जाता है। उसके बाद यहाँ पर बात आती है की अगर आप इस प्लान को खरीदना चाहते हैं तो कैसे खरीद सकते हैं। तो जो भी एलआईसी के एजेंट है उनसे आप इस इन्शुरन्स प्लान को ले कर सकते हैं।
उसके अलावा जो लोग ऑनलाइन परचेस करना चाहते हैं वो ऑफिसियल वेबसाइट www.licindia.in से भी खरीद कर सकते हैं।
क्लैम पेमेंट ऑप्शन क्या क्या है।
अब बात करते हैं क्लेम पेमेंट के ऑप्शन के बारे में। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है जिस पर ज्यादातर लोग ध्यान नहीं देते। इसे आप जरूर समझ ले और सोच समझकर ही अपना निर्णय ले। पहले ऑप्शन है:
1. Lump Sum Payment: इसके अंतर्गत बीमाधारक के पॉलिसी के अंतर्गत जो भी सम अशुर्ड होता है डेथ के केस मे नॉमिनी को लमसम पेमेंट हो जाती है। मतलब पूरा पैसा नौमिनी को एक साथ मिल जाता है।
2. Installment Payment Mode: इसके अंतर्गत नौमिनी को डेथ बेनिफिट एक साथ नहीं मिलता बल्कि पांच साल तक इंस्टॉलमेंट में मिलता है और इसका भुगतान Monthly, Quaterly, Half-Yearly, या Yearly हो सकता है।
अब इस बात को समझे कि आपको अपने लिए कौन सा ऑप्शन चुनना चाहिए। इसका चुनाव आप अपने जीवनसाथी की financial समझ के अनुसार कर सकते है यदि आपके जीवन साथी पैसे को संभालने में सक्षम है यानी कि उन्हें इन्वेस्टमेंट समझ है और वह पैसों से लगातार डील करते हैं तो आप लमसम ऑप्शन का चुनाव कर सकते हैं।
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लेकिन यदि सारे इन्वेस्टमेंट आप देखते हैं और बेसिक खर्चे के अलावा आपके जीवन साथी को कुछ विशेष जानकारी नहीं है तो आप इंस्टॉलमेंट वाले ऑप्शन का चुनाव करे क्योंकि पूरा पैसा यदि उन्हें एक साथ मिलेगा तो हो सकता है उन के साथ कोई फ्रॉड करके पैसा ले जाए।
कोई अपना दुखडा रोकर पैसा ले जाए, कोई धोखे से पैसा ले जाए या कहीं गलत इन्वेस्ट मिंट हो जाए या कहीं गलत जगह पर पैसे खर्च हो जाए। लेकिन यदि उन्हें पैसा इंस्टॉलमेंट में मिलेगा तो एक दो सालों में समझ आ जाएगी।
इस प्लान की ध्यान देने वाली बाते जरूर जाने:
1). यह योजना किसी भी गैर-चिकित्सा योजना के तहत नहीं आने दी जाएगी। चिकित्सा परीक्षण अनिवार्य है।
2). वास्तविक पात्रता दस्तावेजों के अनुसार और एलआईसी और अन्य बीमा कंपनियों के साथ आवेदक द्वारा पिछले में ली गई कुल पॉलिसियों पर आय के आधार पर निर्भर करेगी।
3). पूर्व बीमा (मूल आश्वासित) यदि कोई हो, तो आपकी पात्रता में पहुँचने के लिए वर्तमान प्रस्तावित मूल आश्वासित से कट जाएगा।
4). यह योजना घरवाली और गर्भवती महिलाओं के लिए नहीं होगी। इसके अलावा, महिला जीवनों के लिए, पिछले डिलीवरी की तारीख से छह महीने बाद ही प्रस्ताव प्रस्तुत किए जा सकते हैं।
5). प्रमुख छात्रों केवल “शिक्षा ऋण के लिए परिपात्रता सुरक्षा” के खिलाफ ही आवेदन कर सकते हैं। अन्यथा इस योजना को प्रमुख छात्रों को नहीं दिया जाएगा।
6). जीवन की जोखिम कवरेज केवल उसके प्रस्ताव को स्वीकृति और पूर्णता से पूरा करने के बाद लगेगी, एलआईसी द्वारा नीति संख्या के आवंटन के माध्यम से।
7). जीवन की यह योजना शारीरिक रूप से अक्षम वयस्क जीवनों को भी अनुमति है, प्रायः उनका शारीरिक विकृति किसी भी आधारभूत बीमारी के कारण नहीं है और वे लाभकारी रूप से रोजगार में हैं।
8). एलआईसी के अंडरराइटर्स का निर्णय आखिरकारी होगा और एलआईसी द्वारा कोई प्रकार की प्रतिनिधिता की आवश्यकता नहीं होगी।
9). प्रस्ताव गिर सकते हैं / डिक्लाइन हो सकते हैं / टाले जा सकते हैं – कम आय के कारण, उपरोक्त मानदंडों को पूरा नहीं करने के कारण या एलआईसी के नियमों के अनुसार किसी अन्य कारण के लिए। ऐसे मामले में जीवन प्रस्तावित द्वारा जमा की गई प्रस्ताव-राशि को फिरभी वापस किया जाएगा, सेवा शुल्क सहित चिकित्सा परीक्षण की लागत – लागू जीएसटी सहित कट जाएगा। प्रस्ताव जमा पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता है।
10). अगर जीवन प्रस्तावित को कोविड-19 के लिए पूरी तरह से टीका नहीं लगाया गया है, तो प्रतिबंध लग सकता है।
11). अगर आप इस पॉलिसी को अनलाइन लेना चाहते है तो इसके लिए आपको एलआईसी के सेल्स पोर्टल के द्वारा ले सकते है।
lic jeevan kiran 870 brochure
एलआईसी जीवन किरण 870 प्लान के बारे और जानकारी चाहते है तो आप इसके ब्रोशुर को डाउनलोड कर सकते है। डाउनलोड करने के लिए यहा क्लिक करे।
lic jeevan kiran 870 premium chart
lic jeevan kiran 870 premium calculator
अभी तक इसका कोई प्लान कैल्क्यलैट करने का तरीका नहीं आया है जैसे ही इसकी जानकारी मिलेगी हम आपको जरूर अपडेट करेंगे।
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Conclusion
तो दोस्तों मैं उम्मीद करता हूँ आपको ये पोस्ट LIC Jeevan Kiran Plan 870 In Hindi पसंद आयी होगी। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी है तो इस पोस्ट को लाइक ऊपर स्तर के द्वारा रेटिंग जरूर कीजियेगा। साथ ही साथ अगर आपको इस प्लान से जुड़ा कोई प्रशन हो तो आप हमसे कमेन्ट करके पुच सकते है हु आपके प्रशन का जवाब जरूर देंगे। आप हमारे Telegram चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं ताकि इस तरह के न्यू प्लान और एलआईसी से जुड़ी जानकारी आप सभी को मिलते रहे।